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2021-04-12T12:13:58
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North indian pandit for Durga saptashati chandi paath.Durga saptashati path Vidhi : एक दिन में करना चाहते है
North indian pandit for Durga saptashati chandi paath. Durga saptashati path Vidhi : एक दिन में करना चाहते हैं दुर्गा सप्तशती का पाठ, तो ये है संपूर्ण विधि दुर्गा सप्तशती का पाठ बेहद ही चमत्कारिक माना गया है. जिससे हर मुराद पूरी हो जाती है. इसीलिए अगर साधक अपनी किसी विशेष इच्छा की पूर्ति चाहता है तो इसका पाठ किया जा सकता है. लेकिन ज़रुरी है कि पाठ पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ किया जाए. अगर आप एक ही दिन में इसका पाठ करना चाहते हैं तो उसकी विधि Durga saptashati path Vidhi : एक दिन में करना चाहते हैं दुर्गा सप्तशती का पाठ, तो ये है संपूर्ण विधि दुर्गा सप्तशती का पाठ बेहद ही चमत्कारिक माना गया है. जिससे हर मुराद पूरी हो जाती है. इसीलिए अगर साधक अपनी किसी विशेष इच्छा की पूर्ति चाहता है तो इसका पाठ किया जा सकता है. लेकिन ज़रुरी है कि पाठ पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ किया जाए. अगर आप एक ही दिन में इसका पाठ करना चाहते हैं तो उसकी विधि हम आपको बता रहे हैं. नवरात्रि पर्व के मौके पर मां दुर्गा का स्मरण काफी पुण्यदायी माना जाता है. चाहे वो स्मरण किसी भी रूप में किया जाए. ऐसे में कई लोग इस पर्व के दौरान दुर्गा सप्तशती का पाठ करने के इच्छुक होते हैं. क्योंकि बिना दुर्गा सप्तशती के पाठ के मां की उपासना अधूरी मानी जाती है. ऐसे में अगर आप भी इसका पाठ करना चाहते हैं वो भी केवल एक ही दिन में तो उसकी संपूर्ण विधि हम आपको बताते हैं.  दुर्गा सप्तशती का पाठ बेहद ही चमत्कारिक माना गया है. जिससे हर मुराद पूरी हो जाती है. इसीलिए अगर साधक अपनी किसी विशेष इच्छा की पूर्ति चाहता है तो इसका पाठ किया जा सकता है. लेकिन ज़रुरी है कि पाठ पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ किया जाए. अगर आप एक ही दिन में इसका पाठ करना चाहते हैं तो उसकी विधि हम आपको बता रहे हैं. हालांकि ये थोड़ा सा मुश्किल हो सकता है लेकिन श्रद्धा और विश्वास से कोई चीज़ की जाए तो सब मुमकिन है. चलिए सबसे पहले इस विधि को जानिए- एक दिन में दुर्गा सप्तशती के पाठ की विधि पहला है प्रोक्षण - इसमें अपने ऊपर नर्मदा जल छिड़का जाता है दूसरा है आचमन तीसरा है संकल्प चौथा है उत्कीलन पाचवां है शापोद्धार छठा है कवच सातवां है अर्गला स्तोत्र आठवां है कीलक नौवा है सप्तशती के 13 अध्यायों का पाठ दसवां है मूर्ति रहस्य ग्यारहवा है सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ और बारहवीं प्रक्रिया है क्षमा प्रार्थना इस विधि से आप एक ही दिन में दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं लेकिन कुछ लोगों के लिए ये मुमकिन नहीं होता कि एक ही दिन में पूरा पाठ कर लिया जाए. उन्हें किसी विधि से इसका श्रवण या पाठ करना चाहिए. उसका तरीका इस प्रकार है - ये है दुर्गा सप्तशती पाठ की विशेष विधि दुर्गा सप्तशती को तीन चरित्रों में बांटा जाता है. जिसके मुताबिक पहले अध्याय को प्रथम चरित्र, दूसरे, तीसरे और चौथे अध्याय को मध्यम चरित्र और पाचवें से लेकर तरहवें अध्याय को उत्तम चरित्र कहा जाता है. जिसका पाठ 9 दिनों में इस विशेष विधि से संपन्न किया जा सकता है.  प्रथम दिवस- 1 अध्याय द्वितीय दिवस- 2 व 3 अध्याय तृतीय दिवस- 4 अध्याय चतुर्थ दिवस- 5, 6, 7, 8 अध्याय पंचम दिवस- 9 व 10 अध्याय छठा दिवस- 11 अध्याय सप्तम दिवस- 12 व 13 अध्याय अष्टम दिवस- मूर्ति रहस्य, हवन व क्षमा प्रार्थना नवम दिवस- कन्याभोज
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दूसरेछठा दिवसपंचम दिवसजिसका पाठछठा है कवचसप्तम दिवसतृतीय दिवसप्रथम दिवसचतुर्थ दिवसद्वितीय दिवसआठवां है कीलकदूसरा है आचमनअध्यायों का पाठतीसरा है संकल्पचौथा है उत्कीलननवम दिवस- कन्याभोजनौवा है सप्तशती केNorth indian panditपाचवां है शापोद्धारदसवां है मूर्ति रहस्यहवन व क्षमा प्रार्थनातो ये है संपूर्ण विधिउसका तरीका इस प्रकार हैसातवां है अर्गला स्तोत्रअष्टम दिवस- मूर्ति रहस्यDurga saptashati path VidhiDurga saptashati chandi paathजिससे हर मुराद पूरी हो जाती हैचलिए सबसे पहले इस विधि को जानिएये है दुर्गा सप्तशती पाठ की विशेष विधिचाहे वो स्मरण किसी भी रूप में किया जाएऔर बारहवीं प्रक्रिया है क्षमा प्रार्थनाएक दिन में दुर्गा सप्तशती के पाठ की विधिग्यारहवा है सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठजिसके मुताबिक पहले अध्याय को प्रथम चरित्रएक दिन में करना चाहते हैं दुर्गा सप्तशती का पाठदुर्गा सप्तशती को तीन चरित्रों में बांटा जाता हैउन्हें किसी विधि से इसका श्रवण या पाठ करना चाहिएदिनों में इस विशेष विधि से संपन्न किया जा सकता हैदुर्गा सप्तशती का पाठ बेहद ही चमत्कारिक माना गया हैपहला है प्रोक्षण - इसमें अपने ऊपर नर्मदा जल छिड़का जाता हैलेकिन ज़रुरी है कि पाठ पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ किया जाएक्योंकि बिना दुर्गा सप्तशती के पाठ के मां की उपासना अधूरी मानी जाती हैनवरात्रि पर्व के मौके पर मां दुर्गा का स्मरण काफी पुण्यदायी माना जाता हैऐसे में कई लोग इस पर्व के दौरान दुर्गा सप्तशती का पाठ करने के इच्छुक होते हैंअगर आप एक ही दिन में इसका पाठ करना चाहते हैं तो उसकी विधि हम आपको बता रहे हैंइसीलिए अगर साधक अपनी किसी विशेष इच्छा की पूर्ति चाहता है तो इसका पाठ किया जा सकता हैतीसरे और चौथे अध्याय को मध्यम चरित्र और पाचवें से लेकर तरहवें अध्याय को उत्तम चरित्र कहा जाता हैहालांकि ये थोड़ा सा मुश्किल हो सकता है लेकिन श्रद्धा और विश्वास से कोई चीज़ की जाए तो सब मुमकिन हैऐसे में अगर आप भी इसका पाठ करना चाहते हैं वो भी केवल एक ही दिन में तो उसकी संपूर्ण विधि हम आपको बताते हैंइस विधि से आप एक ही दिन में दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं लेकिन कुछ लोगों के लिए ये मुमकिन नहीं होता कि एक ही दिन में पूरा पाठ कर लिया जाए

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